हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,रूस के उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने मंगलवार, 1 जुलाई को मॉस्को में ईरानी दूतावास का दौरा किया, जहां उन्होंने जायोनी शासन के बर्बर हमलों में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी।
सर्गेई रयाबकोव ने इस अवसर पर ईरान के राजदूत को रूसी सरकार और जनता की ओर से संवेदना व्यक्त की और पत्रकारों से कहा कि रूस ने हमेशा अपना रुख स्पष्ट और मुखर रूप से व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा,मॉस्को इस आक्रामक और बर्बर कार्रवाई की निंदा करता है, जिसमें ईरान के कई सैनिक, जिनमें सैन्य कमांडर, प्रशासक और वैज्ञानिक शामिल हैं, शहीद हुए और साथ ही वे आम नागरिक भी मारे गए जो अपने दैनिक जीवन में व्यस्त थे और किसी के लिए खतरा नहीं थे।
रूस के उप विदेश मंत्री ने जोर देकर कहा कि ईरान इस्लामी गणराज्य के साथ संबंधों को पहले से कहीं अधिक मजबूती से बढ़ाएंगा। उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ाया जाएगा, जिसमें रूस का अच्छा अनुभव रहा है।
रयाबकोव ने ईरान पर जायोनी आक्रमण को अंतरराष्ट्रीय नियमों, संयुक्त राष्ट्र चार्टर और परमाणु ऊर्जा की वैश्विक एजेंसी (IAEA) के कानूनों की खुली अवहेलना और अस्वीकार्य बताया।
उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन लोगों ने इस अत्याचार को अंजाम दिया है, उन्हें समझ लेना चाहिए कि उन्हें बिना सजा छोड़ा नहीं जाएगा।
रूस के उप विदेश मंत्री ने कहा,इन दुखद दिनों में, हम ईरानी राष्ट्र और क्रांति के नेतृत्व को दिल से श्रद्धांजलि देते हैं और यह बताना चाहते हैं कि रूस आपके साथ खड़ा है।
उल्लेखनीय है कि रूस के उप विदेश मंत्री ने इस अवसर पर जायोनी शासन के हमले में शहीद हुए लोगों के संवेदना संदेश भी लिखा।
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